IMD 31 August Rain Red Alert इस समय देश के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय है और लगातार बारिश का दौर जारी है। उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों जैसे हिमाचल व उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते भूस्खलन और नदियों में जलस्तर बढ़ने की स्थिति बनी हुई है। मध्य और पूर्वी भारत (मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़) में मध्यम से तेज बारिश हो रही है, जबकि दक्षिण भारत में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कहीं-कहीं गरज-चमक भी देखने को मिल रही है। कुल मिलाकर मौसम में नमी और उमस बनी हुई है तथा कई राज्यों में बाढ़ और जलभराव की स्थिति भी देखने को मिल रही है।
उत्तर-पश्चिम भारत
उत्तर-पश्चिमी भारत में मॉनसून सक्रिय बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले 24 घंटों के दौरान कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन, नदियों का जलस्तर बढ़ना और यातायात बाधित होने का खतरा बना रहेगा। वहीं, राजस्थान के कई हिस्सों में 1 सितंबर से बारिश की गतिविधियां तेज होने की संभावना है। जयपुर, अजमेर और कोटा में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की जा सकती है।
पूर्वी एवं मध्य भारत
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। साथ ही, गरज–बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को सलाह दी गई है कि वे खुले में काम करते समय सतर्क रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत
केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और गोवा के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा की संभावना है। विशेष रूप से तटीय कर्नाटक और कोकण क्षेत्र में तेज बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में समुद्र की लहरें ऊँची उठ सकती हैं, जिससे मछुआरों और तटीय गाँवों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बिहार और आसपास का क्षेत्र
बिहार में गंगा नदी का जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर पहुँच चुका है। इससे बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मौसम विभाग (IMD) ने कई जिलों में भारी बारिश और बिजली-गरज का अलर्ट जारी किया है। निचले इलाकों और नदी किनारे बसे लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर जाने और सावधानी बरतने की सलाह दी है।
राजस्थान
वर्तमान में राजस्थान के कई जिलों में बारिश से कुछ राहत मिली है, लेकिन 1 सितंबर से मौसम फिर सक्रिय होने की संभावना है। जयपुर, अजमेर और कोटा में अगले 24 घंटों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। भारी बारिश की स्थिति में शहरी क्षेत्रों में जलभराव और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की समस्या देखने को मिल सकती है।
गुजरात
गुजरात के हलोल और आसपास के जिलों में भारी वर्षा के चलते बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौसम विभाग ने कई जिलों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। राज्य में Orange Alert लागू है और NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों के लिए पहले से तैनात हैं। नागरिकों को गैर–ज़रूरी यात्रा से बचने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
हरियाणा (गुड़गांव)
हरियाणा में, खासकर गुड़गांव और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए Yellow Alert जारी किया है। गरज, बिजली और फिसलन भरे रास्तों के चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बारिश के दौरान बाहर निकलने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
दिल्ली–एनसीआर
दिल्ली–एनसीआर में मॉनसून सक्रिय है। पिछले दिन मध्यम वर्षा दर्ज की गई, जिससे कई स्थानों पर जल जमाव और यातायात में दिक्कतें सामने आईं। आने वाले 24 घंटों में भी बारिश की संभावना बनी रहेगी। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे वाहन चलाते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें और जलभराव वाले क्षेत्रों से बचकर निकलें।
सावधानियाँ और चेतावनियाँ
- नदी किनारे और तटीय क्षेत्र: गंगा और अन्य नदियों के किनारे जलस्तर बढ़ा हुआ है, इसलिए वहाँ जाने से बचें।
- गुजरात (Orange Alert): बाढ़, तेज बारिश और संभावित नुकसान की स्थिति में सावधानी बरतें।
- हरियाणा (Yellow Alert): बिजली-गरज, सीमित दृश्यता और फिसलन वाले रास्तों पर सतर्क रहें।
- राजस्थान: जलभराव और बाढ़ संभावित मार्गों से बचकर निकलें, मौसम एजेंसियों की ताज़ा जानकारी देखते रहें।
- बिहार: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करें।
- दिल्ली–एनसीआर: जलभराव और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करें।
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