IMD Red Alert भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 24 और 25 अगस्त 2025 के लिए देशभर में बारिश से जुड़ी अहम चेतावनियाँ जारी की हैं। मौसम अलर्ट प्रणाली रंगों पर आधारित होती है, जिसमें पीला (Yellow Alert) सामान्य सावधानी बरतने का संकेत है, जबकि नारंगी (Orange Alert) गंभीर स्थिति जैसे भारी से बहुत भारी बारिश व संभावित बाढ़ की चेतावनी देता है। वहीं लाल (Red Alert) अत्यधिक भयावह परिस्थिति का संकेत है, जहाँ जीवन और संपत्ति पर बड़ा खतरा हो सकता है।
मध्य भारत (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़):
इस क्षेत्र में आने वाले 24 घंटे के भीतर कहीं-कहीं भारी बारिश और कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। विशेषकर मध्य प्रदेश के अनुपपुर, जबलपुर, रीवा और सतना जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। नागपुर क्षेत्र में भी गरज-चमक, वज्रपात और तेज हवाओं के साथ भयंकर बारिश की चेतावनी दी गई है। किसानों और आम लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है ताकि फसलों और जनजीवन को नुकसान से बचाया जा सके।
उत्तर-पश्चिम भारत (राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड):
24 अगस्त को पूर्वी राजस्थान में बहुत भारी से अतिभारी बारिश की संभावना है, जिसके चलते बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। वहीं अन्य उत्तर भारतीय राज्यों—पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल और उत्तराखंड—में अगले 2 से 3 दिनों तक बिखरी हुई भारी बारिश (scattered heavy rainfall) बनी रहने की संभावना है। इन राज्यों के पहाड़ी और नदी किनारे के क्षेत्रों में लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
पश्चिम भारत (गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा):
गुजरात में अगले सात दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का दौर जारी रहने के आसार हैं। इससे निचले इलाकों में जलभराव और नदी-नालों में उफान देखने को मिल सकता है। महाराष्ट्र के कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के घाटी क्षेत्रों में 25 अगस्त से बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है, जिसकी चरम स्थिति 26 से 28 अगस्त तक रहेगी। इस दौरान यात्रा और समुद्र तटीय गतिविधियों से बचने की सलाह दी गई है।
पूर्वी एवं दक्षिण भारत (पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल):
पूर्वी राज्यों में कहीं-कहीं भारी बारिश का दौर बना रहेगा। आंध्र प्रदेश के उत्तरी तटीय जिलों में 25 और 26 अगस्त को गरज, आंधी-तूफान और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है। चूँकि यह समय विनायक चतुर्थी का भी है, ऐसे में त्योहारों के दौरान लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। दक्षिण भारत के तटीय राज्यों—केरल और कर्नाटक—में 26 से 29 अगस्त तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है, जिससे स्थानीय जलभराव और यातायात प्रभावित हो सकता है।
दिल्ली-एनसीआर:
राजधानी क्षेत्र में अगले दो दिनों तक मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। साथ ही गरज-चमक और बिजली गिरने का भी खतरा बना रहेगा। बारिश के चलते स्थानीय स्तर पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
निष्कर्ष:
IMD की ताज़ा भविष्यवाणी बताती है कि आने वाले 48 घंटे देश के अधिकांश हिस्सों के लिए बारिश से भरे रहेंगे। पीले अलर्ट सामान्य सावधानी की ओर संकेत करते हैं, लेकिन पूर्वी राजस्थान और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में जारी नारंगी और लाल अलर्ट अत्यधिक सतर्कता की माँग करते हैं। इन क्षेत्रों में लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचना चाहिए और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जाती है। संक्षेप में, देश के अधिकांश भागों में मौसम अस्थिर रहने वाला है और भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
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